-कोरवा यूपी ने मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा
-विकास प्राधिकरण का कार्यकाल समाप्त किये जाने की मांग

गाजियाबाद। कोंफड्रेशन ऑफ आरडब्लूए उत्तर प्रदेश (कोरवा यूपी) के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त जिलाधिकारी रणविजय सिंह को सौंपा है। ज्ञापन में महानगर में प्रदूषण नियंत्रण होने तक सभी प्रकार के निर्माण कार्य पूरी तरह बंद किये जाने की मांग की है। इसके अलावा कोरवा ने विकास प्राधिकरण के कार्यकाल भी समाप्त किए जाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि वायु प्रदूषण के कारण बच्चों के फेफड़ो की क्षमता घटती जा रही है। जल प्रदूषण या ध्वनि प्रदूषण का इलाज है परन्तु वायु प्रदूषण के कारण बच्चों के फेफड़ों की क्षमता एक बार कम हुई तो फिर उसे दुनिया के किसी उपचार से बढ़ाया नहीं जा सकता। कर्नल त्यागी ने कहा कि आने वाले समय मे ये बच्चे बड़े होकर गम्भीर समस्याओं से झूझेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्माण का क्या फायदा जो आने वाली पीढ़ी को नुकसान पहुंचाये।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि संविधान के 74वें संशोधन के अंतर्गत विकास प्राधिकरण इसलिए स्थापित किए गए थे ताकि गरीब लोगों को उचित तरीके से आवास उपलब्ध कराये जा सके। लेकिन यह करने के बजाय विकास प्राधिकरण बिल्डरों को जमीन उपलब्ध कराने में लग गए। नगरीय विकास, बढ़ती हुई शहरी आबादी को आवास प्रदान करने के लिये आवश्यक है, परन्तु पहले से नगर के निवासियों के स्वास्थ्य को संकट में डाल कर और आने वाली पीढ़ी को भी प्रदूषण का ग्रास बनाकर बिलकुल नहीं। अभी तक बढ़ती हुयी शहरी आबादी ने हवा और पानी की शुद्धता और उपलब्धता को भयानक रूप से प्रभावित किया है। अतः नये बहुमंजली भवनों के निर्माण पर पूर्ण रोक लगाने कि आवश्यकता है। वर्तमान में जो बहुमंजिला सोसायटियां हैं उन्हें अधिकतर पानी के लिए भू जल दोहन करना पड़ता है तो नई इमारतों का निर्माण तब तक न हो जब तक पानी की व्यवस्था ना की जा सके। कर्नल त्यागी ने कहा कि जानकारी मिली है की दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर डासना से मेरठ के बीच एक्सप्रेसवे के किनारे बसे 29 गांवों को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण विकास क्षेत्र में जोड़ने की योजना बना रहा है। एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जाएगा । प्राधिकरण के क्षेत्र विस्तारीकरण के तहत अभी तक जिले के 168 गांव शामिल थे। जो अब 187 पहुंच जाएगी। जिससे शहरी प्रदूषण गांवो तक पहुंचा दिया जाएगा। यह मानव मूल्यो के विरुद्ध है। इस अवसर पर डॉ आर के आर्या, कैलाश चंद्र शर्मा, गौरव बंसल, नेम पाल चौधरी, नीरज त्यागी, सुधीर शर्मा आदि शामिल रहे। प्रतिनिधि मण्डल का नेत्रत्व कोरवा-यूपी के मुख्य संरक्षक कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने किया।