गाजियाबाद। शीतल नमकीन चेतन शर्मा ने सभी को दिवाली की बधाई दी। उन्होंने कहा कि दिवाली का
त्यौहार अपने आप में एक विशेष महत्व रखता है। केवल इसलिए नहीं कि इसी दिन भगवान राम 14 साल के
लम्बे वनवास के बाद अयोध्या वापस लौटे थे अपितु ये दिन अपने मनाये जाने के तौर तरीके के कारण से भी विशेष है। दीपावली मनाये जाने की शुरूआत दशहरे से ही शुरू हो जाती है। घरों में होता रंग रोगन साफ सफाई ये संकेत देने लगती है कि दिवाली आ गयी है। दिवाली घर के पुराने कूड़े-कचरे को बाहर निकालने का ही नहीं अपितु
मन के मैल को साफ करने का संदेश भी देता है। आज तरह- तरह की लडियों ने दीयों का स्थान ले लिया है, मगर इनकी चमक दीयों के आगे फीकी है। दीपावली पवै की असली खूबसूरती दीयों व मोमबत्तियों से ही है, मगर
आज इन्हें बनाने वालों को अपने व अपने परिवार के पालन-पोषण करने के लिए संघर्ष करना पड रहा है। अत: हम सभी को यह संकल्प लेना है कि इस दीपावली अधिक से अधिक मिट्टी के दिए और मोमबत्ती खरीदेंगे ताकि उन्हें बनाने वालों का जीवन भी खुशियों की रोशनी से चमक उठे।
