गाजियाबाद। समाजसेवी एवं उद्योगपति अरुण शर्मा ने सभी शहरवासियों को दिवाली पर्व की बधाई दी। साथ ही

माता लक्ष्मी व भगवान से प्रार्थना की कि वे सभी को सुख-समृद्धि, आयु व बल प्रदान करें। अरुण शर्मा ने कहा कि यह पर्व दिवाली पर्व से एक दिन पहले मनाया जाता है। इसी कारण इसे दिवाली के नाम से जाना जाता है। छोटी दिवाली के दिन ही भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध कर पूरे त्रिलोक को उसके आतंक से बचाया और 16100 कन्याओं को मुक्त कराया था। इसी कारण इस पर्व को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस दिन
यमराज की पूजा-अर्चना करने की परम्परा भी है। इससे अकाल मृत्यु का खतरा नहीं रहता और नरक जाने से मुक्ति मिलती है। यह पर्व सौन्दर्य प्राप्ति और आयु व बल की प्राप्ति का दिन भी माना जाता है। सुबह स्नान कर भगवान कृष्ण की पूजा करने से सौंदर्य व आयु की प्राप्ति होती है। कहीं कहीं पर इस दिन हनुमान जयंती का पर्व भी
मनाया जाता है। इस दिन लोग घर, दुकानए कारोबार आदि जगहों की साफ सफाई करके फूलों व लाइट
से सजावट की जाती है। फिर शाम के समय बुराई के अंधेरे को दूर करने के लिए एक दीपक भी जलाया जाता है। यह चौमुखा दीपक होता है और ये आटे का बना होता है, जिसे घर के बाहर रखा जाता है।