चौधरी चरण सिंह प्रतिमा व उसके क्षेत्रफल का देखरेख का जुम्मा मुझे दिया जाए
वहां की गंदगी दुर्दशा को देखकर पहले भी शासन प्रशासन एवं स्थानीय राजनेताओं से सुशील अनूप सिंह कर चुके हैं मांग
गाजियाबाद समाजसेवी एवं उद्योगपति सुशील चौधरी अनूप सिंह ने रविवार को एक पत्र जारी करते हुए पत्र के माध्यम से कहा कि बड़े सौभाग्य की बात है मजदूर किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है एक तरफ इतना बड़ा सम्मान है सुशील चौधरी अनूप सिंह ने आगे बताया कि दूसरी तरफ इतनी दुर्दशा है कि मैं पिछले दिनों चौधरी साहब के जन्मदिन पर जब मैं उनकी प्रतिमा पर माला अर्पण करने पहुंचा तो वहां की दुर्दशा देखकर मुझे बहुत दुख हुआ उन्होंने कहा कि मैंने समाचार पत्रों के माध्यमों से शासन प्रशासन और सभी स्थानीय राजनेताओं व्यक्तियों को सूचित किया पर कुछ नहीं हुआ सम्मान मिलते ही बहुत से लोग उनकी प्रतिमा पर पहुंचकर माला अर्पण कर रहे हैं और मिठाई बांट रहे हैं पर कितने आश्चर्य की बात है कि वहां पहले गंदगी और वहां की दुर्दशा उन्हें दिखाई नहीं दी अब मैं शासन प्रशासन से अपील करता हूं कि मुझे इस जगह के देखरेख का जुम्मा दिया जाए मैं निजी रूप से खर्च वहन करते हुए यहां की देखरेख जिम्मेदारी लेना चाहता हूं क्योंकि बचपन से ही मैंने देखा है मेरे पिता जी स्वर्गीय चौधरी अनूप सिंह स्वर्गीय प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को अपने परिवार मे अपनों बड़े की तरह मान-सम्मान करते थे और आज मैं और मेरा परिवार भी इस नजरिए से देखा है