
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में पांच दिवसीय परिक्रमा में हजारों साधु-संत व लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे
पंचकोशी परिक्रमा से सभी देवी-देवताओं व वेणी माधव की कृपा प्राप्त होती हैः श्रीमहंत नारायण गिरि
प्रयागराजः
संगम स्नान के साथ ही पंचकोशी परिक्रमा 1 फरवरी से शुरू हो जाएगी। पंचकोशी परिक्रमा जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज के व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज पंचकोशी परिक्रमा के लिए श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज प्रयागराज पहुंच गए हैं। पंचकोषीय यात्रा का शुभारंभ श्रीमहंत हरि गिरि महाराज करेंगे। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि पंचकोशी परिक्रमा का पौराणिक ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। पंचकोशी परिक्रमा पवित्र संगम में स्नान-ध्यान से प्रारंभ होती है। हर वर्ष इस परिक्रमा में देश भर के साधु-संतों के अलावा लाखों श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। इस परिक्रमा को करने से तीर्थराज के साथ ही सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। संगम के रक्षक वेणी माधव हैं, जो भगवान विष्णु का स्वरूप ही है। अपने भक्तों की रक्षा करने व उन पर अपनी कृपा की बारिश करने के लिए ही वे संगम में साक्षात निवास करते हैं। वेणी माधव को नगर रक्षक भी कहा जाता है। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि 1 फरवरी से शुरू होने वाली पंचकोशी परिक्रमा में जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रनन्द सरस्वती महाराज सुमेरुपीठ काशी, महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती नैमिषारण्य, माघ मेला कैंप दत्तात्रेय सेवा समिति संगम अक्षय वट रोड आयोजक धीरेंद्र कुमार द्विवेदी, विरष्ठ पत्रकार पीएन द्विवेदी आदि समेत जूना अखाडे, किन्नर अखाडे समेत विभिन्न अखाडों के हजारों साधु-संत शामिल होंगे।
