अपनी की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे व्यापारी
विपक्षी दल के नेताओं को मिल सकता है सुनहरा मौका
गाजियाबाद। चुनावी फसल कटते ही पुलिस ने व्यापारी नेता को जेल भेज दिया। व्यापारी नेता को जेल भेजे जाने पर व्यापारिक संगठन एकजुट हो गए हैं और सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज कराएंगे। ऐसे में अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का संदेश जनता में गलत जाएगा। एक बार फिर से भाजपा का मोर्चा, भाजपा की सरकार में खुलता दिखाई दिया। इस कहानी में दोनों तरफ से भाजपा है। एक तरफ भाजपा एमएलसी के पुत्र हैं तो दूसरी तरफ भाजपा नेता हैं। रिपोर्ट दर्ज हुई और एक भाजपा नेता तथा व्यापारी नेता को पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया। भाजपा वालों की तहरीर के आधार पर दर्ज मुकदमें में पुलिस पर आरोप लगाते हुए इधर से भी भाजपा आ गयी। भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी सौरभ जायसवाल, भाजपा के पूर्व पार्षद मनवीर नागर, सुभाष गुप्ता लोहे वाले और महेश आहूजा सभी चेहरे भाजपा के समर्थक भी हैं और वोटर भी हैं। लेकिन मोर्चा अपनी ही सरकार में अपनों के खिलाफ सड़कों पर उतरने जा रहा है। जिस पक्ष ने मुकदमा दर्ज कराया है वो पक्ष भी भाजपाई है। भाजपा सरकार आते ही फिर से तकरार शुरू गया है। भाजपाई अपनी ही सरकार में सरकार तकरार का मोर्चा खोल रहे हैंं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को डर है कि यदि यह मामला तूल पकड़ता है तो समाज में भाजपा के खिलाफ गलत संदेश जाएगा। साथ ही प्रदेश नेतृत्व को इस मामले की खबर पहुंची तो कई भाजपा के पदाधिकारी नप भी सकते हैं। लिहाजा मामले को शांत करने की कोशिश में सभी जुट जाएंगे। भाजपा सांसद व विधायक भी इस मामले में व्यापारियों के समर्थन में आकर निपटाने में सहयोग करेंगे। ताकि व्यापारियों के हल्ला बोल आंदोलन मेंं विपक्षीदल के नेता लाभ न उठा लें। क्योंकि विपक्षी दल के नेता विधानसभा चुनाव की करारी हार से सदमें हैं और भाजपा के खिलाफ मौके की तलाश ढूड़ रहे हैं। यह सुनहरा मौका उन्हे मिलता है तो यूं हाथ से नहीं जाने देंगे। भाजपा के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह व अन्य चुने गए जनप्रतिनिधि को इस मामले में आगे आना चाहिए।